मिर्जापुर में मक्का क्रांति! कृषि मंत्री ने बताए खेती के नए रास्ते
मिर्जापुर — उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने गुरुवार को जनपद मिर्जापुर के ग्राम रामगढ़ कला (विकास खंड – सीखड़) में त्वरित मक्का विकास योजना के अंतर्गत किसान सोहन सिंह की मक्के की खेती के क्लस्टर का निरीक्षण किया। इस अवसर पर आयोजित ‘कृषक गोष्ठी’ को संबोधित करते हुए उन्होंने किसानों को क्लस्टर आधारित खेती के फायदे गिनाए और वैकल्पिक फसलों को अपनाने की अपील की।
कृषि मंत्री ने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किसानों को जायद मौसम में त्वरित मक्का विकास योजना के अंतर्गत 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। मैं प्रदेश के किसान भाइयों से कहना चाहता हूं कि वे किसी भी फसल की खेती क्लस्टर के रूप में करें, ताकि उसका प्रबंधन और विपणन (मार्केटिंग) बेहतर तरीके से हो सके।”
उन्होंने किसानों को वैकल्पिक फसलों की ओर बढ़ने की सलाह देते हुए बताया कि “मक्के की फसल बहुउपयोगी है — इसका उपयोग भोजन, पशु चारे, बिस्किट निर्माण और कई अन्य उत्पादों में होता है। इसके अतिरिक्त मक्का आधारित एथेनॉल का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है, जिससे किसानों को अतिरिक्त आमदनी का जरिया मिल सकता है। प्रदेश में कई कंपनियां मक्का और एथेनॉल की खरीद कर रही हैं और भविष्य में इनकी कीमतें और बेहतर होंगी।”
इस अवसर पर विधानसभा चुनार से विधायक अनुराग सिंह, संयुक्त निदेशक (उर्वरक) आशुतोष मिश्रा, संयुक्त निदेशक (ब्यूरो) अखिलेश कुमार सिंह, संयुक्त निदेशक (विंध्याचल) अशोक उपाध्याय, संयुक्त निदेशक (वाराणसी) शैलेन्द्र कुमार और उप निदेशक कृषि विकेश पटेल सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
कृषि मंत्री के दौरे से किसानों में उत्साह का माहौल देखने को मिला, और गोष्ठी में उन्होंने कृषि संबंधी योजनाओं की जानकारी लेकर लाभ उठाने का संकल्प लिया।