सरकार खेती किसानी से जुड़े सभी हितधारकों से संवाद बनाने के लिए गंभीर है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बजट पूर्व कृषि क्षेत्र के हितधारकों से सुझाव लेने हेतु बैठक की। चौहान ने कहा कि सभी प्राप्त सुझावों का गंभीरता से अध्ययन किया जाएगा और वित्त मंत्री को अवगत कराया जाएगा। मंत्री ने भरोसा दिलाया कि कृषि क्षेत्र से जुड़े सभी पक्षों से संवाद जारी रहेगा ताकि क्षेत्र की चुनौतियों और आवश्यकताओं का सही समाधान निकाला जा सके।
बैठक में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय आंतरिक रूप से भी गहन अध्ययन कर रहा है ताकि बजट के संबंध में अपने प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को शीघ्र दिए जा सकें। श्री चौहान ने कहा कि विभिन्न पुरानी योजनाओं की समीक्षा भी की जा रही है।
जिन किसानों तथा सरकारी और निजी अन्य संस्थाओं के साथ ही विभिन्न हितधारकों ने जो सुझाव दिए हैं, वे महत्वपूर्ण है क्योंकि ये लोग फील्ड में काम करते हुए अपने अनुभव प्राप्त करते हैं, जो खेती-किसानी के फायदे के लिए उपयोगी होते हैं।
इन लोगों से कृषि क्षेत्र में वैल्यू एडिशन, कृषि उपज के निर्यातकों के लिए सुविधाएं बढ़ाने, कृषि अनुसंधान का विस्तार करने, कृषि आदानों की कीमत पर नियंत्रण एवं गुणवत्ता, किसानों को नुकसान नहीं होने आदि के संबध में अनेक सुझाव प्राप्त हुए हैं।
- बैठक का उद्देश्य:
केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बजट पूर्व कृषि क्षेत्र के हितधारकों से सुझाव लेने हेतु बैठक का आयोजन किया। - प्राप्त सुझावों की गंभीरता:
श्री चौहान ने कहा कि सभी प्राप्त सुझावों का गंभीरता से अध्ययन किया जाएगा और वित्त मंत्री को अवगत कराया जाएगा। - सतत संवाद का आश्वासन:
मंत्री ने भरोसा दिलाया कि कृषि क्षेत्र से जुड़े सभी पक्षों से संवाद जारी रहेगा ताकि क्षेत्र की चुनौतियों और आवश्यकताओं का सही समाधान निकाला जा सके। - महत्वपूर्ण सुझाव:
हितधारकों द्वारा दिए गए सुझावों में शामिल हैं:- कृषि उत्पादों में वैल्यू एडिशन
- कृषि उपज के निर्यातकों के लिए सुविधाएं
- कृषि अनुसंधान का विस्तार
- कृषि आदानों (इनपुट) की कीमतों पर नियंत्रण और गुणवत्ता
- किसानों को संभावित नुकसान से बचाने के उपाय
- योजनाओं की समीक्षा:
श्री चौहान ने बताया कि पुरानी योजनाओं की समीक्षा की जा रही है और बजट के प्रस्तावों पर गहन अध्ययन हो रहा है। - प्रधानमंत्री की पहल:
श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की 109 नई फसल किस्मों के समर्पण की सराहना की और बताया कि किसानों के लिए और नवाचारों पर विचार चल रहा है। - प्रतिभागी संगठन और प्रतिनिधि:
इस मौके पर कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, आईसीएआर, नाबार्ड, सीआईआई, पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स, एसोचैम, भारतीय स्टेट बैंक और अन्य संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।बैठक में प्राप्त सुझावों से कृषि क्षेत्र के लिए नीतिगत फैसलों में योगदान होगा और कृषि क्षेत्र में नवाचार व प्रगति सुनिश्चित की जाएगी। मंत्री ने कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाने पर जोर दिया।
बैठक में केंद्रीय कृषि सचिव श्री देवेश चतुर्वेदी के साथ ही कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय एवं आईसीएआर के वरिष्ठ अधिकारी तथा नाबार्ड, सीआईआई, पीएचडी चेम्बर आफ कामर्स, एसोचैम, भारतीय स्टेट बैंक, सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी और प्रतिनिधि उपस्थित थे।