गन्ना आयुक्त प्रमोद कुमार उपाध्याय
बसन्तकालीन गन्ना बुआई एवं विकास कार्यों की प्रगति की गहन समीक्षा, योजनाबद्ध मॉडल अपनाने पर जोर
लखनऊ, उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों के हितों को प्राथमिकता देते हुए गन्ना एवं चीनी आयुक्त प्रमोद कुमार उपाध्याय ने चीनी मिलों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे गन्ना विकास की दिशा में योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें और किसानों की आमदनी बढ़ाने के साथ-साथ टिकाऊ खेती को भी प्रोत्साहित करें।
यह निर्देश उन्होंने गन्ना आयुक्त कार्यालय स्थित न्यू स्कॉलर हॉस्टल सभागार में आयोजित बसन्तकालीन गन्ना बुआई एवं विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान दिए। बैठक में प्रदेश की विभिन्न चीनी मिलों, गन्ना विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों एवं क्षेत्रीय अधिकारियों ने भाग लिया।
गन्ना पैदावार बढ़ाने पर विशेष जोर
बैठक के दौरान आयुक्त उपाध्याय ने कहा कि आगामी वर्षों में गन्ना की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए गन्ना क्षेत्रफल एवं प्रति हेक्टेयर उत्पादकता बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने चीनी मिलों को निर्देश दिए कि वे अपने प्रबन्धकीय ढांचे में सुधार कर अधिकतम ड्रॉल प्रतिशत हासिल करने की दिशा में काम करें ताकि गन्ना से अधिकतम चीनी निष्कर्षण संभव हो सके।
सहफसली खेती से किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी की रणनीति
आयुक्त ने स्पष्ट किया कि केवल गन्ना पैदावार पर ध्यान केंद्रित करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए गन्ने के साथ-साथ सहफसली (इंटरक्रॉपिंग) खेती को भी बढ़ावा देना जरूरी है। उन्होंने चीनी मिल प्रबंधन और विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों को इंटरक्रॉपिंग के लिए प्रेरित करें और आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान करें। इससे न केवल किसानों को अतिरिक्त आमदनी होगी, बल्कि गन्ना खेती भी अधिक टिकाऊ बन सकेगी।
विकास योजनाओं की मॉनीटरिंग के लिए डेडीकेटेड एकाउंट की व्यवस्था
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि गन्ना विकास कार्यक्रमों पर खर्च की पारदर्शिता और निगरानी के लिए चीनी मिल स्तर पर डेडीकेटेड एकाउंट खोले जाएंगे। इन खातों के माध्यम से समस्त विकासात्मक खर्चों की मॉनीटरिंग की जाएगी, जिससे योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके।
प्रत्येक स्तर पर होगी निगरानी
गन्ना आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे विकास कार्यों की निरंतर निगरानी करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लें। उन्होंने कहा कि गन्ना क्षेत्रफल में वृद्धि, उत्पादकता बढ़ाने और किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए अधिकारियों और मिल प्रबंधन को मिलकर कार्य करना होगा।
इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ विभिन्न परिक्षेत्रों के उप गन्ना आयुक्त, जिला गन्ना अधिकारी, चीनी मिलों के प्रधान प्रबन्धक (गन्ना विकास) और मुख्य वित्त अधिकारी भी उपस्थित रहे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य गन्ना क्षेत्र के समग्र विकास, किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी, और चीनी मिलों की दक्षता में सुधार को सुनिश्चित करना रहा। यह स्पष्ट संकेत है कि सरकार गन्ना किसानों के हितों को लेकर गंभीर है और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए बहुआयामी रणनीतियों पर कार्य कर रही है।
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