किसान अपनाएं केवल स्वीकृत गन्ना किस्में, फर्जी बीज से रहें सतर्क: गन्ना आयुक्त

🚜गन्ना किसान भाइयों के लिए महत्वपूर्ण सूचना 🚜

लखनऊ: गन्ना एवं चीनी आयुक्त प्रमोद कुमार उपाध्याय ने प्रदेश के सभी गन्ना किसानों से अपील की है कि वे केवल प्रदेश के लिये स्वीकृत गन्ना किस्मों की ही बुवाई करें। किसानों को चेतावनी दी गई है कि अस्वीकृत और फर्जी किस्मों के बीज खरीदकर बुवाई करने से गन्ने की पैदावार प्रभावित हो सकती है और रोगों का खतरा बढ़ सकता है।

आयुक्त ने कहा कि प्रदेश के गन्ना शोध संस्थानों द्वारा विकसित गन्ना किस्मों को ही स्थानीय जलवायु और कृषि परिस्थितियों को ध्यान में रखकर स्वीकृति दी जाती है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे प्रमाणित स्रोतों जैसे गन्ना शोध केन्द्र, विभागीय प्रदर्शन प्लाट, पंजीकृत बीज विक्रेता या अपनी खुद की खेत तैयार नर्सरी से ही बीज प्राप्त करें।

उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर कोई पंजीकृत किसान या संस्था बिना अनुमति के अस्वीकृत गन्ना किस्मों का बीज उत्पादन या बिक्री करता है, तो उसके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी, साथ ही उसका पंजीकरण भी रद्द किया जा सकता है।

फर्जी विज्ञापनों से रहें सतर्क

आयुक्त ने यह भी कहा कि कुछ फर्जी संस्थाएं सोशल मीडिया के माध्यम से अवैध गन्ना बीज जैसे—एस.एन.के.-13374, सीओ-15027, सीओ-11015, को.पी.वी.बड-96, 98, बीसीएफ-0517, सीओ-86032, पीडीएन-15012, को.लख.16203 आदि की बिक्री कर रही हैं। इन संस्थाओं के विरुद्ध जाँच कर सख्त कार्यवाही की जायेगी। किसानों से अनुरोध किया गया है कि वे ऐसे भ्रामक प्रचारों से सावधान रहें और किसी भी बीज की खरीद से पहले उसकी प्रमाणिकता अवश्य जाँच लें।

बीज गुणवत्ता की होगी सघन जांच

प्रदेश के समस्त परिक्षेत्रीय और जनपदीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में बीज की गुणवत्ता की सघन जांच करें और किसानों को सही जानकारी प्रदान करें।

2600 किसान पंजीकृत बीज उत्पादक

गन्ना शोध परिषद द्वारा अब तक 2600 किसानों को बीज उत्पादक के रूप में पंजीकृत किया गया है, जिनसे किसान प्रमाणित और उन्नत बीज प्राप्त कर सकते हैं।

सारांश:

किसानों को केवल स्वीकृत गन्ना किस्मों की बुवाई करनी चाहिए, जिससे उन्हें अच्छी उपज मिले और किसी प्रकार की आर्थिक हानि या रोगों का सामना न करना पड़े। अवैध और अस्वीकृत बीजों से न केवल नुकसान हो सकता है, बल्कि कानूनी कार्रवाई का भी सामना करना पड़ सकता है।

Leave a Comment