यूपी में 60 हजार महिलाओं को कृषि क्षेत्र में रोजगार
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के किसानों की तरक्की की नई कहानी लिखी जा रही है। सरकार की प्रभावी नीतियों और योजनाओं के चलते राज्य में कृषि उत्पादन में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ सरकार जैविक खेती, किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने और मंडी व्यवस्था को पारदर्शी बनाने पर भी ध्यान दे रही है। इन योजनाओं का लाभ राज्य के लाखों किसानों को मिल रहा है, जिससे उनकी आय में भी बढ़ोतरी हो रही है।
खाद्यान्न उत्पादन में ऐतिहासिक वृद्धि
उत्तर प्रदेश में कृषि क्षेत्र ने बीते कुछ वर्षों में बड़ी प्रगति की है। 2016-17 में जहां खाद्यान्न उत्पादन 557 लाख मीट्रिक टन था, वहीं 2023-24 में यह बढ़कर 669 लाख मीट्रिक टन हो गया है। खाद्यान्न उत्पादकता में भी सुधार हुआ है, जो 27 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से बढ़कर 31 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हो गई है। तिलहन उत्पादन में 128% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो 2016-17 में 12.40 लाख मीट्रिक टन था, वह 2023-24 में 28.31 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश 400 लाख टन से अधिक फल और सब्जियों का उत्पादन करके देश में पहले स्थान पर है।
जैविक और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा
सरकार किसानों को जैविक और प्राकृतिक खेती की ओर आकर्षित कर रही है। 49 जिलों में 85,710 हेक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया गया है। बुंदेलखंड के सभी जिलों में 23,500 हेक्टेयर क्षेत्र में गौ आधारित प्राकृतिक खेती शुरू की गई है। किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज और उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने 66 लाख क्विंटल बीज और 95 लाख मीट्रिक टन उर्वरक वितरित किए हैं। इसके अलावा, 8.50 लाख मृदा स्वास्थ्य कार्ड भी बांटे गए हैं, जिससे किसान अपनी भूमि की उर्वरता बनाए रख सकें।
किसानों के लिए आर्थिक मदद और योजनाएं
योगी सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है।
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पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब तक 2.86 करोड़ किसानों को 80,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी जा चुकी है।
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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत 58.07 लाख किसानों को 47,535 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति दी गई है।
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प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत 76,189 किसानों को सोलर पंप उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे सिंचाई लागत कम हो रही है।
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मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के तहत 63,000 किसानों को सहायता दी गई है।
इसके अलावा, कृषि में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए ड्रोन तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है। एफपीओ (कृषि उत्पादक संगठन) और कृषि स्नातकों को ड्रोन उपयोग के लिए 40-50% तक अनुदान दिया जा रहा है।
मंडी व्यवस्था में पारदर्शिता और डिजिटल क्रांति
सरकार ने कृषि विपणन को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए मंडी व्यवस्था को डिजिटल बनाया है।
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125 मंडियों में जनवरी 2025 तक 6,999 करोड़ रुपये का डिजिटल व्यापार हुआ है।
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922 ई-लाइसेंस जारी किए गए और 4.18 करोड़ से अधिक ऑनलाइन पर्चियां निर्गत की गईं।
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27 नई मंडियों का आधुनिकीकरण किया गया और 85 ग्रामीण हाट बाजार बनाए गए।
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मंडियों में डिजिटल पेमेंट और प्री-अराइवल ई-पास की सुविधा शुरू की गई है।
योगी सरकार किसानों को तकनीकी सुविधाएं देने के लिए “यूपी मंडी भाव मोबाइल ऐप” चला रही है, जिससे किसान बाजार भाव और मौसम की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, लखनऊ में 49 करोड़ रुपये की लागत से “किसान एग्रीमॉल” का निर्माण अंतिम चरण में है, जहां किसानों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।
महिलाओं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिला बढ़ावा
योगी सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कृषि क्षेत्र में भी रोजगार के अवसर बढ़ाए हैं।
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सीडलिंग उत्पादन से 60,000 महिलाओं को रोजगार मिला है।
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महिला स्वयं सहायता समूहों को कृषि कार्यों में जोड़ा गया है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन रही हैं।
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पिछले आठ वर्षों में 878,192 करोड़ रुपये का फसली ऋण वितरित किया गया है, जिससे किसानों को आर्थिक सहायता मिली है।
किसानों के लिए सम्मान और नई योजनाएं
योगी सरकार किसानों को सम्मानित करने और उनके लिए नई योजनाएं शुरू करने में भी आगे रही है।
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पं. दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना और मुख्यमंत्री कृषक उपहार योजना के तहत किसानों को ट्रैक्टर दिए गए।
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पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस को “किसान सम्मान दिवस” के रूप में मनाया गया।
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लखनऊ में 251 करोड़ रुपये की लागत से चौधरी चरण सिंह के नाम पर सीड पार्क बनाने की योजना है।
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दिसंबर 2024 तक 60.48 लाख फार्मर कार्ड आईडी जारी की गईं।
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बाढ़ सुरक्षा के लिए 1,551 परियोजनाएं शुरू की गईं, जिससे 32.87 लाख हेक्टेयर भूमि और करोड़ों किसानों को राहत मिली।
कृषि क्षेत्र में नए आयाम और आगे की योजनाएं
योगी सरकार लगातार कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने की दिशा में काम कर रही है। राज्य में खेती को अधिक लाभदायक और टिकाऊ बनाने के लिए नई तकनीकों और योजनाओं को लागू किया जा रहा है। किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और उन्हें नई तकनीकों से जोड़ने के लिए सरकार कई और बड़े कदम उठाने जा रही है।
उत्तर प्रदेश में कृषि क्षेत्र की यह प्रगति बताती है कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य के किसान अब आत्मनिर्भर हो रहे हैं और उनकी आय में लगातार वृद्धि हो रही है। आने वाले वर्षों में सरकार खेती-किसानी को और बेहतर बनाने के लिए और भी नई योजनाएं शुरू करने की दिशा में कार्य कर रही है।