गन्ना किसानों की आय बढ़ी, 50 हजार करोड़ तक पहुंची अर्थव्यवस्था
लखनऊ, 26 मार्च: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने बीते 8 वर्षों में एथनॉल उत्पादन के क्षेत्र में ऐतिहासिक प्रगति की है। यूपी सरकार के प्रयासों से राज्य ने 2 बिलियन लीटर प्रति वर्ष की अनुमानित एथनॉल उत्पादन क्षमता विकसित कर ली है, जिसे अगले कुछ वर्षों में बढ़ाकर 2.5 बिलियन लीटर करने का लक्ष्य रखा गया है। इस पहल से प्रदेश की गन्ना अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है, जिससे किसानों को सीधा लाभ हो रहा है और राज्य की अर्थव्यवस्था में भी उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है।
उत्तर प्रदेश में एथनॉल उत्पादन को लेकर सरकार की रणनीति
उत्तर प्रदेश में बायो फ्यूल नीति को बढ़ावा देते हुए सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं, जिनमें चीनी मिलों में एथनॉल उत्पादन की क्षमता बढ़ाना और नए एथनॉल प्लांट स्थापित करना शामिल है। योगी सरकार की नीतियों के चलते प्रदेश की अधिकांश चीनी मिलों में एथनॉल उत्पादन में वृद्धि की गई है।

इसके अलावा, गोंडा जिले में एशिया का सबसे बड़ा एथनॉल प्लांट स्थापित किया गया है, जो प्रतिदिन 350 किलो लीटर एथनॉल का उत्पादन कर रहा है। इसके साथ ही गोरखपुर की पिपराइच चीनी मिल में भी जल्द ही एथनॉल उत्पादन शुरू होने वाला है। इन प्रयासों से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा एथनॉल उत्पादक राज्य बन गया है।
गन्ना अर्थव्यवस्था को 50 हजार करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य
उत्तर प्रदेश की एथनॉल उत्पादन नीति का सबसे बड़ा फायदा राज्य के गन्ना किसानों को हुआ है। गन्ने से उत्पादित एथनॉल ने प्रदेश की एकीकृत गन्ना अर्थव्यवस्था को 50 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया है। इससे न केवल गन्ना किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी 1 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान मिल रहा है।
पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम
एथनॉल उत्पादन में वृद्धि से उत्तर प्रदेश न केवल आर्थिक रूप से मजबूत हो रहा है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे रहा है। योगी सरकार ने बायो फ्यूल-2022 नीति के तहत एथनॉल मिश्रण (ईबीपी) को बढ़ावा दिया है, जिससे प्रदेश 2070 तक शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में अग्रसर है।
एथनॉल मिश्रण के फायदे:
✅ पर्यावरण के लिए अनुकूल
✅ जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता में कमी
✅ किसानों की आय में वृद्धि
✅ प्रदूषण नियंत्रण में सहायक
योगी सरकार के नेतृत्व में यूपी बना एथनॉल हब
योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी नीतियों ने उत्तर प्रदेश को एथनॉल उत्पादन का हब बना दिया है। आने वाले वर्षों में, सरकार की योजना प्रदेश में और अधिक एथनॉल प्लांट स्थापित करने और उत्पादन क्षमता को बढ़ाने की है। इससे न केवल प्रदेश के किसानों को लाभ मिलेगा, बल्कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा को भी मजबूती मिलेगी।
सरकार की इस नीति से प्रदेश में नई नौकरियों के अवसर भी सृजित हो रहे हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों का आर्थिक विकास हो रहा है।
सारांश
योगी सरकार के 8 वर्षों में उत्तर प्रदेश ने एथनॉल उत्पादन के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं। 2 बिलियन लीटर वार्षिक उत्पादन क्षमता से लेकर 50 हजार करोड़ रुपये की गन्ना अर्थव्यवस्था तक, यूपी देश का अग्रणी एथनॉल उत्पादक राज्य बन चुका है। सरकार की योजनाओं से किसानों की आय में वृद्धि हो रही है, पर्यावरण को लाभ मिल रहा है और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।
“यूपी अब केवल चीनी उत्पादन में ही नहीं, बल्कि एथनॉल उत्पादन में भी देश का अग्रणी राज्य बन चुका है।”