“जापानी बटेरों के लिए उचित चारा – सही आहार से अधिक अंडा उत्पादन और स्वस्थ बटेर”
जापानी बटेरों के लिए उचित और संतुलित आहार उनकी तेजी से बढ़ने, उच्च अंडा उत्पादन, और स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। चारे में सही पोषण तत्वों का समावेश उनकी उत्पादकता को बढ़ाता है और बीमारी की संभावना को कम करता है। चारा के प्रमुख पोषक तत्व आवश्यकता
प्रोटीन 20-24% (अंडा उत्पादन और वृद्धि के लिए आवश्यक)
ऊर्जा (कैलोरी) 2800-3000 किलोकैलोरी/किलोग्राम
कैल्शियम 2.5-3% (अंडे के छिलकों की मजबूती के लिए)
फॉस्फोरस 0.5-1% (हड्डी विकास और चयापचय के लिए)
आवश्यक विटामिन्स विटामिन A, D, E, और B कॉम्प्लेक्स।
खनिज पदार्थ जिंक, आयोडीन, और मैग्नीशियम।
चारे की प्रकार
Graphics Photo1.प्रारंभिक आहार (Starter Feed) उपयोग: 0-3 सप्ताह की उम्र के चूजों के लिए
संरचना: प्रोटीन: 23-24% ऊर्जा: 2800 किलोकैलोरी/किलोग्राम
सामग्री: मकई, सोयाबीन, मछली का आटा, और खनिज मिश्रण।
2 वृद्धि आहार (Grower Feed)
उपयोग: 4-6 सप्ताह की उम्र के बटेरों के लिए।
संरचना: प्रोटीन: 20-22% ऊर्जा: 2900 किलोकैलोरी/किलोग्राम।
सामग्री: मकई, गेहूं, सोयाबीन, चोकर, और सूरजमुखी का केक।
3. अंडा उत्पादन आहार (Layer Feed)
उपयोग: 7 सप्ताह और उससे अधिक उम्र की अंडा देने वाली मादाओं के लिए।
संरचना: प्रोटीन: 18-20% कैल्शियम: 3% ऊर्जा: 3000 किलोकैलोरी/किलोग्राम।
सामग्री: मकई, सोयाबीन, मछली का आटा, और कैल्शियम सप्लीमेंट (चूने का चूर्ण)
4.मांस उत्पादन आहार (Broiler Feed)
उपयोग: तेजी से मांस उत्पादन के लिए पाले गए बटेरों के लिए।
संरचना: प्रोटीन: 24% ऊर्जा: 3100 किलोकैलोरी/किलोग्राम।
सामग्री: मकई, मूंगफली का केक, सोयाबीन, और मांस-हड्डी का आटा।
घर पर चारा तैयार करने के सुझाव, घरेलू चारा मिश्रण का उदाहरण:
मकई: 50% सोयाबीन: 25% चोकर: 10% चूने का चूर्ण: 5% मछली का आटा: 8% खनिज और विटामिन प्रीमिक्स: 2%
ध्यान दें: चारा ताजा और बिना नमी का होना चाहिए। मोल्ड और फफूंद से बचने के लिए चारे को सूखे स्थान पर रखें।
चारा देने का समय और मात्रा.. दिन में 2-3 बार चारा दें..
आहार की मात्रा: प्रारंभिक अवस्था: 10-15 ग्राम प्रति बटेर। परिपक्व अवस्था: 20-25 ग्राम प्रति बटेर।
ताजा पानी की उपलब्धता: बटेरों के लिए स्वच्छ और ताजा पानी हमेशा उपलब्ध रखें।
हरे चारे का उपयोग: पालक, मूंगफली का पत्ता, और अन्य हरे चारे का आहार में समावेश करें।
खाद्य पूरक: विटामिन और खनिज मिश्रण को आहार में शामिल करें।