वसंत ऋतु में फूलों की खेती क्यों फायदेमंद है

वसंत ऋतु में फूलों की खेती से लाभ कमाने के तरीके वसंत ऋतु फूलों की खेती के लिए एक बेहतरीन समय होता है क्योंकि इस मौसम में तापमान और जलवायु फूलों की बढ़वार के लिए अनुकूल होती है। अगर किसान सही तकनीकों और बाजार की मांग को ध्यान में रखते हुए खेती करें, तो वे … Read more

औषधीय पौधों के संरक्षण और सतत विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

शतावरी – महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए आयुष मंत्रालय का विशेष अभियान महिलाओं के स्वास्थ्य को सशक्त बनाने और विकसित भारत के पंच प्राण लक्ष्य को प्राप्त करने में शतावरी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी:  प्रतापराव जाधव, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), आयुष मंत्रालय औषधीय पौधों के स्वास्थ्य लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से  … Read more

राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र: अनुसंधान और नवाचार में अग्रणी

अनुसंधान और नवाचार में नई उपलब्धियाँ राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र (एनआरसीएम), दरभंगा, मखाना अनुसंधान और नवाचार के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में कार्य कर रहा है। यह केंद्र वैज्ञानिकों की कुशल टीम द्वारा समर्थित है और मखाना उत्पादन को उन्नत बनाने के लिए विभिन्न अनुसंधान कार्यक्रम चला रहा है। प्रमुख अनुसंधान और नवाचार … Read more

“बसंत पंचमी: जब धरती सोने जैसी खिल उठती है”

बसंत पंचमी और कृषि: किसानों के लिए नई ऊर्जा का पर्व भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां किसानों और कृषि का समाज, संस्कृति और त्योहारों से गहरा नाता है। यहां हर ऋतु के बदलाव के साथ खेती और किसानों की जिंदगी पर प्रभाव पड़ता है। बसंत पंचमी, जो वसंत ऋतु के आगमन का संकेत … Read more

आईएफएडी उपाध्यक्ष और कृषि सचिव की मुलाकात

”सतत कृषि और ग्रामीण विकास: आईएफएडी और भारत के बीच सहयोग को लेकर बैठक” नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास कोष (आईएफएडी) के एसोसिएट उपाध्यक्ष  डोनल ब्राउन ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी से कृषि भवन में मुलाकात की। इस बैठक का उद्देश्य भारत और आईएफएडी के बीच साझेदारी को मजबूत … Read more

समुद्री शैवाल की खेती: तटीय किसानों के लिए नई दिशा और आय

समुद्री शैवाल की खेती: किसानों के लिए आय का नया स्रोत और पर्यावरण का साथी भारत में समुद्री शैवाल की खेती तेजी से लोकप्रिय हो रही है। समुद्री तटीय क्षेत्रों में रहने वाले किसानों के लिए यह एक नई दिशा और आय का स्थायी स्रोत प्रदान कर रही है। इस खेती के जरिए न केवल … Read more

SYMSAC-XI 2025: कोझिकोड में मसालों के स्मार्ट उपज और विविधीकरण की पहल

मसाले और सुगंधित फसलों पर हुआ विचार-विमर्श कोझिकोड भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान (ICAR-IISR), कोझिकोड में  राष्ट्रीय संगोष्ठी SYMSAC-XI का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का विषय “स्मार्ट उत्पादन, उत्पाद विविधीकरण और उपयोग के लिए रणनीतियां” था। भारतीय मसाला सोसाइटी (ISS) द्वारा ICAR, स्पाइसेस बोर्ड, DASD, और ICAR-NRCSS के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों और … Read more

महामारी की तैयारी और पशुधन वैक्सीन नवाचार

हैदराबाद में महामारी की तैयारी और वैक्सीन नवाचार पर सम्मेलन  हैदराबाद – मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत पशुपालन और डेयरी विभाग ने इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के सहयोग से “महामारी की तैयारी और वैक्सीन नवाचार पर सम्मेलन” आयोजित किया। नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य प्रो. डॉ. विनोद के … Read more

नदी जोड़ो परियोजनाओं से कृषि और उद्योग को नई दिशा

मध्यप्रदेश में सिंचाई के क्षेत्र में नई क्रांति: प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में अभूतपूर्व पहल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टि और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के अथक प्रयासों से वर्ष 2024 में मध्यप्रदेश ने सिंचाई के क्षेत्र में नई उपलब्धियों का इतिहास रचा। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई … Read more

बारिश आधारित खेती में पारंपरिक किस्मों का महत्व

 केंद्र सरकार का जोर: कृषि और बागवानी में पारंपरिक किस्मों को पुनर्जीवित करना नई दिल्ली में “जलवायु-अनुकूल कृषि के लिए पारंपरिक किस्मों के माध्यम से वर्षा आधारित क्षेत्रों में कृषि-जैव विविधता को पुनर्जीवित करना” विषय पर एक सम्मेलन आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य पारंपरिक किस्मों को प्रोत्साहित करना और जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में इनकी … Read more