आईएफएडी उपाध्यक्ष और कृषि सचिव की मुलाकात

”सतत कृषि और ग्रामीण विकास: आईएफएडी और भारत के बीच सहयोग को लेकर बैठक”

नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास कोष (आईएफएडी) के एसोसिएट उपाध्यक्ष  डोनल ब्राउन ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी से कृषि भवन में मुलाकात की। इस बैठक का उद्देश्य भारत और आईएफएडी के बीच साझेदारी को मजबूत करना और सतत कृषि, ग्रामीण अवसंरचना और किसानों के सशक्तिकरण के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना था।

ब्राउन ने भारत की आईएफएडी के संस्थापक सदस्य के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका और संगठन के साथ दीर्घकालिक साझेदारी की सराहना की। उन्होंने राज्य सरकारों के साथ आईएफएडी की परियोजनाओं पर प्रकाश डाला, जिनका उद्देश्य जलवायु-अनुकूल कृषि मूल्य श्रृंखला का निर्माण, महिलाओं और युवाओं का सशक्तिकरण, जनजातीय समुदायों का समर्थन और ग्रामीण अवसंरचना को मजबूत करना है।

कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी

कृषि सचिव डॉ. चतुर्वेदी ने खाद्य और पोषण सुरक्षा, जलवायु-अनुकूल कृषि और किसानों की आय में सुधार जैसी मंत्रालय की प्राथमिकताओं पर जोर दिया। उन्होंने किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) की स्थिरता सुनिश्चित करने, स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के माध्यम से कृषि को प्रोत्साहित करने और कृषि उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए नवाचार और लागत प्रभावी समाधानों की आवश्यकता पर बल दिया।

सहयोग के अन्य क्षेत्रों पर चर्चा

बैठक में एकीकृत कृषि मॉडल, एफपीओ के साथ जुड़ाव, सह-वित्तपोषण पहल और उद्यमिता विकास के लिए सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की गई। मंत्रालय की प्राथमिकताओं के आधार पर भारत में आईएफएडी की रणनीतिक योजना तैयार करने के लिए सहयोग के अन्य संभावित क्षेत्रों की पहचान की गई।

बैठक में उपस्थित प्रतिनिधि

आईएफएडी प्रतिनिधिमंडल में पीटरनेल मैरिएन बूगार्ड (प्रबंध निदेशक, तकनीकी वितरण कार्यालय), अब्देलकरीम समा (कंट्री डायरेक्टर), सुश्री मीरा मिश्रा (कंट्री प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर) और सुश्री एलिजाबेथ स्टीनमायर (कार्यक्रम अधिकारी) शामिल थे। भारत की ओर से सुश्री मनिंदर कौर द्विवेदी (अतिरिक्त सचिव), संयुक्त सचिव (आईसी), संयुक्त सचिव (मार्केटिंग) और नाबार्ड के प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित रहे। यह बैठक भारत की सतत कृषि और ग्रामीण विकास के लिए वैश्विक साझेदारी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

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