उत्तरी-पूर्वी भारत में ऑर्गेनिक मिशन को नई गति: मेघालय में ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया ऑर्गेनिक वीक’ और 4th वर्ल्ड ऑर्गेनिक यूथ समिट
APEDA, in collaboration with IFOAM–Organics Asia and the Government of Meghalaya, the Northeast India Organic Week and the 4th World Organic Youth Summit to strengthen the region’s organic ecosystem. The event aimed to connect Northeast India’s organic farmers, FPOs and producer groups with national and international markets through exhibitions and a large Buyer–Seller Meet.
A total of 27 international buyers from Japan, South Korea, Italy, New Zealand and Singapore participated alongside 22 exporters, reflecting strong global interest in the region’s organic products. Meghalaya’s finest organic produce—including Lakadong turmeric, pineapples, oranges, jackfruit and premium cashews—were showcased prominently.
International delegates also visited the GI–tagged Khasi Mandarin orchards in Mawphu, interacting with local farmers and observing organic practices firsthand. The event marked an important step toward positioning Northeast India as an emerging global hub for sustainable and high-value organic agriculture.
मेघालय में APEDA, IFOAM–ऑर्गेनिक्स एशिया और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया ऑर्गेनिक वीक’ तथा चौथे ‘वर्ल्ड ऑर्गेनिक यूथ समिट’ चल रहा है। इसका उद्देश्य क्षेत्र की ऑर्गेनिक कृषि प्रणाली को साझेदारी और सामूहिक प्रयासों के माध्यम से और अधिक मजबूत बनाना है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन APEDA, मेघालय सरकार एवं IFOAM–ऑर्गेनिक्स एशिया के साथ मिलकर पहली बार नॉर्थ ईस्ट इंडिया ऑर्गेनिक वीक सह बायर–सेलर मीट का आयोजन किया है, ताकि पूर्वोत्तर के ऑर्गेनिक फसलों को बड़े बाजारों से जोड़ा जा सके।
ऑर्गेनिक क्षमता का प्रदर्शन और ग्लोबल बाजारों के लिए नए अवसर
कार्यक्रम में पूर्वोत्तर क्षेत्र की ऑर्गेनिक शक्ति को प्रदर्शित किया गया तथा किसानों, एफपीओ और उत्पादक समूहों को राष्ट्रीय–अंतरराष्ट्रीय खरीदारों व निर्यातकों से जोड़कर नए व्यापार और निर्यात अवसर खोले गए।
कार्यक्रम में IFOAM–ऑर्गेनिक्स एशिया की कार्यकारी निदेशक जेनिफर चांग,(Ms Jennifer Chang) मेघालय सरकार के आयुक्त एवं सचिव डॉ. विजय कुमार डी (IAS), APEDA के चेयरमैन अभिषेक देव (IAS), IFOAM–ऑर्गेनिक्स एशिया के सलाहकार ब्रेंडन होयर (Mr Brendan Hoare) तथा नॉर्थ ईस्टर्न काउंसिल के सचिव सतिंदर कुमार भल्ला सहित कई प्रमुख वक्ताओं ने ऑर्गेनिक वैल्यू चेन को मजबूत करने और वैश्विक अवसरों के विस्तार पर अपने विचार साझा किए।
बायर–सेलर मीट में अंतरराष्ट्रीय भागीदारी
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बायर–सेलर मीट रहा, जिसमें बायोसेल और मीट सेक्टर सहित 27 अंतरराष्ट्रीय खरीदार और 22 निर्यातक शामिल हुए। जापान, न्यूज़ीलैंड, इटली, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया से प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी इस बात को दर्शाती है कि विश्वभर में पूर्वोत्तर भारत के ऑर्गेनिक उत्पादों में रुचि तेजी से बढ़ रही है।
मेघालय के चुनिंदा ऑर्गेनिक फसल बने केंद्र बिंदु
प्रदर्शनी में मेघालय के बेहतरीन ऑर्गेनिक फसल—अनानास, संतरा, कटहल, प्रीमियम काजू और प्रसिद्ध लक्षादोंग हल्दी को विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया। इसके अलावा कई एफपीओ और स्थानीय उद्यमियों द्वारा मूल्यवर्धित उत्पाद भी आकर्षण का केंद्र रहे।
किसानों को सशक्त बनाने और स्थायी कृषि को बढ़ावा देने का संकल्प
दिनभर हुई चर्चाओं और सहभागिता ने एक साझा दृष्टि को सामने रखा—किसानों को सशक्त बनाना, साझेदारी को मजबूत करना और पूर्वोत्तर भारत को ग्लोबल स्तर पर टिकाऊ एवं उच्च–मूल्य वाले ऑर्गेनिक कृषि केंद्र के रूप में स्थापित करना।
GI-टैग्ड Khasi Mandarin बगीचों का दौरा
ऑर्गेनिक यूथ समिट और ऑर्गेनिक वीक के प्रथम दिन अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने पूर्वी खासी हिल्स के शेहला क्षेत्र स्थित GI-टैग्ड Khasi Mandarin के प्रसिद्ध ऑर्गेनिक बागानों का भ्रमण किया।
प्रतिनिधियों ने बागानों में ओरिएंटेशन वॉक किया, स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लिया और CM MGMP कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद उठाया। इस दौरान उन्होंने किसानों से बातचीत कर ऑर्गेनिक खेती की तकनीकों को नजदीक से समझा तथा मेघालय के जीआई–प्रमाणित ऑर्गेनिक परिदृश्य में मौफू क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जाना।
चित्र: सौजन्य सोशल मीडिया APEDA