उत्तर प्रदेश से दुबई को दशहरी आम का पहला सीधा निर्यात
📍 लखनऊ–मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा कृषि निर्यात को प्रोत्साहन देने के लिए किए जा रहे प्रयासों को बड़ी सफलता मिली है। उत्तर प्रदेश से पहली बार दशहरी आम का सीधा निर्यात दुबई को किया गया है। यह राज्य के आम उत्पादकों के लिए न केवल एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, बल्कि कृषि क्षेत्र में निर्यात क्षमताओं को नए क्षितिज तक पहुंचाने की दिशा में एक मील का पत्थर भी है।
लखनऊ के रहमानखेड़ा स्थित मैंगो पैक हाउस से 1200 किलोग्राम दशहरी आम का एक कन्साइनमेंट शुक्रवार को दुबई के लिए वायु मार्ग से रवाना किया गया। इस कन्साइनमेंट में 400 पैक शामिल हैं, प्रत्येक पैक में 3 किलो आम भरा गया है। यह आम दुबई स्थित आयातक कंपनी वरग्रो ट्रेडिंग एलएलसी (Vargro Trading LLC) को भेजा गया है, जिसकी कुल अंतरराष्ट्रीय मूल्य 2992 अमेरिकी डॉलर (लगभग 2.5 लाख रुपये) आंकी गई है।
🥭 एफपीओ की मेहनत ने बदली तस्वीर
यह निर्यात उत्तर प्रदेश के दो किसान उत्पादक संगठनों — इरादा फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड तथा मलिहाबाद फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा किया गया है। यह दोनों एफपीओ पहली बार अपने स्तर पर किसी विदेशी बाजार में सीधे आम का निर्यात कर रहे हैं।
यह संभव हो सका है इंडो-जर्मन एग्रीकल्चरल मार्केट डेवलपमेंट (एएमडी) प्रोजेक्ट के अंतर्गत प्रदान किए गए विशेष प्रशिक्षण व मार्गदर्शन के कारण। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से एफपीओ को अंतरराष्ट्रीय बाजारों की मांग, गुणवत्ता मानकों, पैकिंग तकनीक और लॉजिस्टिक्स के बारे में गहन जानकारी दी गई।
🗣️ योगी सरकार के प्रयासों का प्रतिफल
प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने रहमानखेड़ा स्थित मैंगो पैक हाउस में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इस कन्साइनमेंट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा:
“मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार किसानों को ग्लोबल स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा उद्देश्य न केवल किसानों की आय दोगुनी करना है, बल्कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्थापित करना भी है।”
उन्होंने आगे कहा कि सरकार किसानों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार उत्पादन, ग्रेडिंग, पैकेजिंग और लॉजिस्टिक सहयोग उपलब्ध करा रही है। दशहरी आम का यह निर्यात इसी नीति का परिणाम है।
✅कार्यक्रम में रही महत्वपूर्ण उपस्थिति
इस ऐतिहासिक अवसर पर कई वरिष्ठ अधिकारी एवं विशेषज्ञ उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से:
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श्री इंद्र विक्रम सिंह – सचिव, कृषि एवं कृषि विदेश व्यापार
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टी. के. शिबु – विशेष सचिव/निदेशक
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सीआईएसएच लखनऊ के निदेशक
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इंडो-जर्मन एएमडी प्रोजेक्ट, जयपुर की तकनीकी टीम
सभी ने एफपीओ की इस उपलब्धि को सराहा और कहा कि यदि यही गति बनी रही तो उत्तर प्रदेश आने वाले वर्षों में आम निर्यात का प्रमुख केंद्र बन सकता है।
आगे की राह
इस सफलता के बाद राज्य सरकार और एफपीओ मिलकर अन्य कृषि उत्पादों के लिए भी निर्यात संभावनाएं तलाशेंगे। वहीं, दुबई के व्यापारिक मंच पर दशहरी आम की उपस्थिति न केवल स्वाद के स्तर पर, बल्कि भारत की कृषि क्षमता को भी एक नई पहचान देने का कार्य करेगी।
चित्र: प्रतीकात्मक