पाम आयल की खेती से कमाएं अधिक मुनाफा

पाम आयल की खेती: फायदे, सरकारी योजना और किसानों के लिए लाभ पाम आयल की खेती एक लाभदायक और टिकाऊ कृषि व्यवसाय है। यह तेल उत्पादन के लिए सबसे अधिक उत्पादक वाली फसल मानी जाती है। अब भारतीय किसानों के बीच भी काफी लोकप्रियता हासिल कर रहा है। यह फसल अपनी उन्नत उत्पादकता, कम लागत … Read more

प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल

प्राकृतिक खेती पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन गुजरात के हलोल स्थित गुजरात प्राकृतिक खेती विज्ञान विश्वविद्यालय में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का उद्घाटन गुजरात के राज्यपाल  आचार्य देवव्रत ने किया। प्राकृतिक खेती के लाभों पर जोर आचार्य देवव्रत ने कहा कि प्राकृतिक खेती … Read more

समुद्री शैवाल की खेती: तटीय किसानों के लिए नई दिशा और आय

समुद्री शैवाल की खेती: किसानों के लिए आय का नया स्रोत और पर्यावरण का साथी भारत में समुद्री शैवाल की खेती तेजी से लोकप्रिय हो रही है। समुद्री तटीय क्षेत्रों में रहने वाले किसानों के लिए यह एक नई दिशा और आय का स्थायी स्रोत प्रदान कर रही है। इस खेती के जरिए न केवल … Read more

भारत को हल्दी का ग्लोबल हब बनाने का लक्ष्य

 भारत का लक्ष्य 2030 तक हल्दी निर्यात को 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाना। नई दिल्ली, राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के शुभारंभ के बाद, ICRIER और Amway इंडिया ने ‘मेकिंग इंडिया द ग्लोबल हब फॉर टरमरिक” शीर्षक से अपनी संयुक्त रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में हल्दी किसानों की चुनौतियों और वैश्विक बाजार में भारत की … Read more

खेती की दुनिया को लेकर भारत-जर्मनी के बीच संवाद

भारत-जर्मनी कृषि सहयोग: जैविक खेती और डिजिटल कृषि में नई संभावनाएं ग्लोबल लेवल पर भारत कृषि जगत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जर्मनी के साथ कृषि सहयोग को लेकर संवाद हुआ। जर्मनी के राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन ने कृषि भवन में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (एमओएएंडएफडब्‍ल्‍यू) के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी से मुलाकात की। … Read more

SYMSAC-XI 2025: कोझिकोड में मसालों के स्मार्ट उपज और विविधीकरण की पहल

मसाले और सुगंधित फसलों पर हुआ विचार-विमर्श कोझिकोड भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान (ICAR-IISR), कोझिकोड में  राष्ट्रीय संगोष्ठी SYMSAC-XI का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का विषय “स्मार्ट उत्पादन, उत्पाद विविधीकरण और उपयोग के लिए रणनीतियां” था। भारतीय मसाला सोसाइटी (ISS) द्वारा ICAR, स्पाइसेस बोर्ड, DASD, और ICAR-NRCSS के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों और … Read more

कृषि को दुरुस्त रखने के लिए समीक्षा बैठक हर सोमवार को

13 लाख 68 हजार 660 मीट्रिक टन से ज्यादा सोयाबीन की रिकॉर्ड खरीदी कृषि और किसान देश और देश की जनता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और हर सप्ताह कुछ न कुछ स्थितियों में परिवर्तन होता है। कृषि मंत्रालय की समीक्षा बैठक में कृषि मंत्री शिवराज चौहान वे कहा कि इसलिए हमने फैसला किया है … Read more

सहजन का निर्यात अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका तक पहुंचा

  सहजन की खेती, कम लागत में ज्यादा मुनाफा भारत जैसे कृषि प्रधान देश में सहजन की खेती एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। सहजन, जिसे मोरिंगा या ‘ड्रमस्टिक’ के नाम से भी जाना जाता है, एक अत्यधिक पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है। इसकी खेती न केवल किसानों की आय बढ़ा रही है, … Read more

अजोला की खेती: बेहतर भविष्य की संभावना

भारत में अजोला की खेती की आवश्यकता अजोला एक प्रकार की तैरने वाली जलीय फर्न है, जिसे भारत में पशु चारे और जैविक खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह अत्यधिक पोषक तत्वों से भरपूर है और किसानों के लिए कम लागत में अधिक फायदा प्रदान करने वाली खेती के रूप में उभर … Read more

मौसम के लिहाज से करें मशरुम की खेती

मशरूम और मौसम का रिश्ता है निराला मौसम के अनुसार मशरुम की प्रजातियां का चयन कर खेती की जाएं तो बेहतर मुनाफा संभव है। भारत में मशरूम की खेती के लिए भौगोलिक विविधता और जलवायु परिस्थितियों के आधार पर सही प्रजाति का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है। हर मशरूम प्रजाति के लिए विशिष्ट तापमान, नमी, … Read more