सहकारिता के क्षेत्र में तकनीकी उन्नयन और ग्रामीण रोजगार को नई दिशा देने की पहल
जयपुर में “सहकार एवं रोजगार उत्सव” का भव्य आयोजन, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शुभारंभ
जयपुर–अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के उपलक्ष्य में आज जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में “सहकार एवं रोजगार उत्सव” का भव्य आयोजन हुआ। इस महत्वपूर्ण अवसर पर केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने कई योजनाओं तथा पहलों का शुभारंभ कर सहकारी क्षेत्र को सशक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए।
कार्यक्रम का उद्देश्य सहकारी संस्थाओं को डिजिटल रूप से मजबूत करना, किसानों और पशुपालकों को वित्तीय रूप से सशक्त बनाना तथा युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों का सृजन करना रहा। कार्यक्रम की शुरुआत मंत्रोच्चार और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुई, जिसके बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए सहकारिता को “आत्मनिर्भर भारत” की रीढ़ बताया।
शाह द्वारा आरंभ की गई प्रमुख योजनाएं एवं घोषणाएं
✅ 64 मिलेट्स विक्रय केंद्रों का उद्घाटन
पोषण मिशन के अंतर्गत ‘श्री अन्न उत्पाद विक्रय योजना’ के तहत 64 नए मिलेट्स विक्रय केंद्रों का उद्घाटन किया गया। इन केंद्रों से मोटे अनाज (जैसे ज्वार, बाजरा, रागी आदि) की बिक्री को बढ़ावा मिलेगा और किसानों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराया जा सकेगा।
✅ गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत ऋण वितरण
राज्य के पशुपालकों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से “गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना” के अंतर्गत ऋण वितरित किए गए। इससे दुग्ध उत्पादन और पशुपालन को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद है।
✅ बैंक मित्रों को माइक्रो एटीएम का वितरण
जयपुर केंद्रीय सहकारी बैंकों से जुड़े बैंक मित्रों को माइक्रो एटीएम उपलब्ध कराए गए, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं को और अधिक सुलभ एवं पारदर्शी बनाया जा सकेगा।
✅ PACS समितियों को किया गया सम्मानित
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्राथमिक कृषि साख समितियों (PACS) को इस अवसर पर सम्मानित किया गया। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल क्रांति को मजबूती प्रदान करेगी।
✅ “श्वेत क्रांति 2.0” के अंतर्गत ऑनलाइन पंजीकरण प्लेटफॉर्म की शुरुआत
दुग्ध सहकारी समितियों (PDCS) के लिए एक ऑनलाइन पंजीकरण प्लेटफॉर्म का शुभारंभ किया गया। इसका उद्देश्य पंजीकरण प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाकर दुग्ध उत्पादकों को सहकारी नेटवर्क से जोड़ना है। यह श्वेत क्रांति को एक नई दिशा देने की तैयारी है।
✅ रोजगार उत्सव के अंतर्गत 8,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान
रोजगार सृजन को प्राथमिकता देते हुए 8,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए। इससे सहकारी संस्थाओं के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्राप्त होगा।
प्रदर्शनी स्टॉलों का अवलोकन
कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद अमित शाह ने सहकारिता विभाग, राज्य की सहकारी समितियों, स्वयं सहायता समूहों और अन्य संगठनों द्वारा लगाए गए 40 से अधिक प्रदर्शनी स्टॉलों का अवलोकन किया। इन स्टॉलों में नवीन तकनीकों, सफल सहकारी मॉडल और ग्रामीण उत्पादों की प्रदर्शनी की गई थी।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, सहकारिता मंत्रालय के सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) के प्रतिनिधि, किसान, गोपालक, दुग्ध उत्पादक, युवजन, स्वयं सहायता समूहों के सदस्य और अन्य सहकारी हितधारक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
अमित शाह का संबोधन
अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा,
“सहकारिता केवल एक संगठनात्मक ढांचा नहीं, बल्कि एक सामाजिक चेतना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सहकारिता मंत्रालय देश के प्रत्येक गांव, किसान और महिला समूह को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है। आज का आयोजन उसी कड़ी का हिस्सा है।”
कार्यक्रम का महत्व
यह उत्सव सहकारी क्षेत्र को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने, किसानों एवं दुग्ध उत्पादकों को आर्थिक संसाधनों से जोड़ने तथा ग्रामीण विकास और रोजगार सृजन में सहकारिता की भूमिका को मजबूती देने की दिशा में एक अहम मील का पत्थर सिद्ध होगा।