सीएम योगी की पहल: शुरू हुआ गन्ना सर्वे अभियान
मुख्यमंत्री योगी की पारदर्शी नीति के तहत गांव-गांव में होगा गन्ना सर्वे एवं सट्टा प्रदर्शन कार्यक्रम
🗓 20 जुलाई से 30 अगस्त 2025 तक चलाया जाएगा अभियान
📍 किसानों की भागीदारी होगी अनिवार्य
✍️ लखनऊ, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पारदर्शी नीति के अंतर्गत पेराई सत्र 2025-26 के लिए ग्राम स्तरीय गन्ना सर्वेक्षण एवं सट्टा प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन 20 जुलाई से 30 अगस्त 2025 तक किया जाएगा। इस संबंध में गन्ना आयुक्त प्रमोद कुमार उपाध्याय ने बताया कि “गन्ना विभाग किसान के द्वार” अभियान के तहत गन्ना विभाग के कर्मचारी किसानों से सीधा संवाद कर 63 कॉलम आधारित आंकड़ों को साझा करेंगे और किसानों की राय भी दर्ज करेंगे।
किसानों की सक्रिय भागीदारी होगी जरूरी
गन्ना आयुक्त ने स्पष्ट किया कि किसानों को उनके गन्ना रकबा, गन्ना सट्टा, भूमि विवरण, प्रजाति, मोबाइल नंबर, बेसिक कोटा, बैंक खाता जैसी जानकारियों की पुष्टि करनी होगी। किसी भी त्रुटि की स्थिति में किसान मौके पर ही गन्ना पर्यवेक्षकों को आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत कर सुधार करवा सकते हैं।
ऑनलाइन सुविधा भी उपलब्ध
जो किसान सट्टा प्रदर्शन के दौरान ग्राम में उपस्थित नहीं हो सकते, वे पोर्टल पर लाइव उपलब्ध 63 कॉलम डेटा देखकर ऑनलाइन आपत्ति दर्ज कर सकेंगे। उसका निस्तारण भी ऑनलाइन किया जाएगा।
अधिकारियों द्वारा होगा औचक निरीक्षण
ग्राम स्तर पर हो रहे सर्वेक्षण और सट्टा प्रदर्शन कार्यों का प्रतिदिन औचक निरीक्षण वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। संयुक्त टीम के ग्राम पहुंचने से पहले SMS के माध्यम से किसानों को सूचित किया जाएगा।
आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2025
गन्ना समिति में सदस्यता प्राप्त करने एवं उपज बढ़ोतरी के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2025 निर्धारित की गई है। केवल उन्हीं सदस्यों को पेराई सत्र 2025-26 में गन्ना आपूर्ति की सुविधा उपलब्ध होगी।
तकनीकी जानकारी भी दी जाएगी
सट्टा प्रदर्शन के दौरान किसानों को उन्नत गन्ना खेती की तकनीकी जानकारी भी दी जाएगी। प्रदेश के लगभग 43,000 गन्ना ग्रामों में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
किसान करें अपनी सहभागिता सुनिश्चित
गन्ना आयुक्त ने किसानों से अपील की है कि वे इस अभियान में पूर्ण सहभागिता करें और यदि कोई टीम निर्धारित तिथि पर गांव नहीं पहुंचती है, तो किसान टोल फ्री नंबर 1800-121-3203 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
चित्र: प्रतीकात्मक