तीन दिवसीय किसान मेला, जलवायु अनुकूल कृषि पर विशेष जोर
समस्तीपुर, बिहार: “जलवायु अनुकूल कृषि से विकसित भारत की ओर” विषय पर आयोजित तीन दिवसीय किसान मेला-2025 का उद्घाटन बिहार सरकार के माननीय सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री एवं कल्याणपुर (समस्तीपुर) के विधायक श्री महेश्वर हज़ारी के कर-कमलों द्वारा किया गया।
इस भव्य समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में पटना विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह, बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. गिरीश चौधरी, पंजाब नेशनल बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री सुधांशु शेखर दास, समस्तीपुर के उप विकास आयुक्त श्री संदीप शेखर प्रियदर्शी, पद्मश्री सम्मानित ‘किसान चाची’ राजकुमारी देवी तथा निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. मयंक राय सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति डॉ. पी एस पांडेय ने की।
जलवायु अनुकूल कृषि: बिहार के लिए वरदान
उद्घाटन सत्र में माननीय मंत्री श्री महेश्वर हज़ारी ने विश्वविद्यालय द्वारा कृषि क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि “जलवायु अनुकूल कृषि बिहार में बाढ़ और सूखे जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए एक वरदान साबित हो सकती है।” इसके साथ ही, उन्होंने विश्वविद्यालय में इस विषय पर किए जा रहे प्रयोगों एवं शोध कार्यों की प्रशंसा की।
कृषि के 6 “M” पर विश्वविद्यालय का विशेष फोकस
इस अवसर पर कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह ने अपने संबोधन में बताया कि विश्वविद्यालय मशरूम, मखाना, मसाला, मिलेट्स, मछली एवं मीडिया सेंटर (6 “M”) पर विशेष ध्यान देते हुए कार्य कर रहा है।
स्टालों का निरीक्षण और बड़ी संख्या में किसानों की भागीदारी
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि एवं कुलपति महोदय ने अन्य अतिथियों के साथ मेला में लगे विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। इस आयोजन में विश्वविद्यालय के प्रबंध बोर्ड के सदस्य, अधिकारी, पदाधिकारी, वैज्ञानिक, कर्मचारी तथा बिहार के विभिन्न जिलों से आए लगभग 5,000 किसान, छात्र-छात्राएं एवं विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।
यह किसान मेला जलवायु परिवर्तन के अनुकूल कृषि को अपनाने एवं उसे बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।