ट्यूलिप ही नहीं, सैकड़ों नई किस्में उगा रहा है नीदरलैंड!

🌷 नीदरलैंड बना फूलों का ग्लोबल केंद्र, दुनिया की दो-तिहाई बिक्री पर हावी

एम्स्टर्डम/हैग नीदरलैंड खेती के साथ-साथ फूलों की खेती और निर्यात के लिए पूरी दुनिया में विख्यात है। यहां के फूल न केवल अपनी सुंदरता से दुनिया को आकर्षित करते हैं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करते हैं। नीदरलैंड के कृषि निर्यात का एक बड़ा हिस्सा ताजे कटे फूलों, बल्बों और परिपक्व पौधों की बिक्री से आता है। इतना ही नहीं, दुनिया के कुल फूल और पौधों की बिक्री का लगभग दो-तिहाई हिस्सा अकेले नीदरलैंड से होता है। यही कारण है कि यह देश यूरोपीय फूल बाज़ार पर पूरी तरह हावी है।

तेज़ और कुशल आपूर्ति श्रृंखला (Supply Chain) की वजह से न्यूयॉर्क जैसे शहरों में उपभोक्ता सुबह नीदरलैंड में काटे गए फूल उसी दिन शाम तक खरीद सकते हैं।

🌼 ट्यूलिप ही नहीं, सैकड़ों नई प्रजातियां भी

नीदरलैंड को अक्सर ट्यूलिप का देश कहा जाता है, लेकिन यह डैफ़ोडिल, हाइसिंथ, क्रोकस जैसे कई फूलों का भी सबसे बड़ा निर्यातक है। दुनिया के अन्य देशों की तुलना में यहां बिक्री योग्य पेड़ों और झाड़ियों की सबसे अधिक विविधता पाई जाती है।

हर साल नीदरलैंड के बागवानी विशेषज्ञ सैकड़ों नई किस्मों के फूलों का विकास करते हैं। आधुनिक तकनीक और विशाल ग्रीनहाउसों के चलते यहां अब ऐसी प्रजातियाँ भी उगाई जाती हैं जो प्राकृतिक रूप से इस क्षेत्र की नहीं हैं। इसके बावजूद, नीदरलैंड के खेतों पर अब भी ट्यूलिप का वर्चस्व कायम है।

इन फूलों के रंग-बिरंगे संयोजनों की लगभग अंतहीन श्रृंखला न केवल पर्यटकों को आकर्षित करती है बल्कि नीदरलैंड को फूलों की दुनिया का ग्लोबल हब बना चुकी है।

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