मौसम के लिहाज से करें मशरुम की खेती

मशरूम और मौसम का रिश्ता है निराला मौसम के अनुसार मशरुम की प्रजातियां का चयन कर खेती की जाएं तो बेहतर मुनाफा संभव है। भारत में मशरूम की खेती के लिए भौगोलिक विविधता और जलवायु परिस्थितियों के आधार पर सही प्रजाति का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है। हर मशरूम प्रजाति के लिए विशिष्ट तापमान, नमी, … Read more

भारत,अमेरिका के बीच सटीक खेती पर चर्चा

दोनों देशों में खेती-किसानी में सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर    भारत और अमेरिका कृषि के क्षेत्र में सहयोग मजबूत करने पर काम कर रहे है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (एमओएएंडएफडब्ल्यू) के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने दिल्ली के कृषि भवन में अमेरिका के राष्ट्रीय कृषि विभाग संघ (एनएएसडीए) के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। बैठक में … Read more

खेती- किसानी को आर्थिक स्थिरता देने के प्रयास

सरकार ने कृषि उपलब्धियों का ब्यौरा दिया कृषि और किसान कल्याण विभाग (डीएएंडएफडब्ल्यू) किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से फसलों की उपज और पैदावार बढ़ाने के लिए ठोस प्रयास कर रहा है। कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय फसल विविधीकरण और गुणात्मक इनपुट तथा कृषि संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग के संदर्भ में उत्पादन पहलुओं जैसे … Read more

मशरुम की बढ़ती मांग ने बदली कई किसानों की जिंदगी

  अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मशरूम की तेजी से बढ़ती मांग    मशरूम की उपज भारत में एक तेजी से बढ़ता हुआ व्यवसाय है, जो कृषि आधारित उद्यमिता के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प देता है। बदलती जीवनशैली, पोषण के प्रति जागरूकता और शाकाहारी विकल्पों की बढ़ती मांग के चलते मशरूम की खपत में निरंतर वृद्धि हो … Read more

बांस की खेती के है अनेक फायदे

पर्यावरण को भी बांस की खेती से लाभ   भारत सरकार बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है। बांस तेजी से बढ़ने वाली फसल है। इसकी फार्मिंग के कई फायदे है। National Bamboo Mission के जरिए किसानों को तकनीकी मदद और सब्सिडी दी जाती है । 2017 में भारतीय … Read more

मध्यप्रदेश में बढ़ी सोयाबीन की उपज

किसानों की मेहनत रंग लाई देश के कुल सोयाबीन पैदावार की लगभग आधी उपज मध्यप्रदेश में होती है। मध्यप्रदेश सम्पूर्ण देश में सोयाबीन उपज में प्रथम स्थान पर है। किसानों के परिश्रम और किसानों के हित में शासन द्वारा की गई बेहतर व्यवस्थाओं से मध्यप्रदेश इस उपलब्धि को प्राप्त कर सका है। कृषि अर्थव्यवस्था को … Read more

ग्रेन्सवर्ल्ड कॉन्फ्रेंस: वैश्विक खाद्य सुरक्षा को लेकर “फूड फॉर थॉट”

ग्रेन्स वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस 2024: वैश्विक अनाज क्षेत्र में सहयोग और सशक्तिकरण ज़ोर ग्रेन्सवर्ल्ड कॉन्फ्रेंस 2024 का शुभारंभ नई दिल्ली में एक भव्य उद्घाटन समारोह के साथ हुआ, जहां सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर वैश्विक अनाज क्षेत्र में सहयोग और उम्मीद का प्रतीक प्रस्तुत किया। इस प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कृषि सम्मेलन में विभिन्न देशों और … Read more

मछुआरों और मत्स्य उद्योग के लिए नई पहल

प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य मात्स्यिकी क्षेत्र को मजबूत करना, मछुआरों और मत्स्यपालकों की आजीविका को सुदृढ़ करना, और देश की अर्थव्यवस्था में इस क्षेत्र का योगदान बढ़ाना है। मत्स्यपालन विभाग,मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय, वित्तीय वर्ष 2020-21 से वित्तीय वर्ष 2024-25 तक 5 वर्षों … Read more

कृषि का विविधिकरण जरुरी

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद – राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान करनाल, हरियाणा में वैज्ञानिकों, गन्ना किसानों एवं लखपति दीदियों से संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया। चौहान ने कहा कि हम सब एक परिवार हैं आप सबसे मिलकर मुझे प्रसन्न हूं। मैंने भी फलों, … Read more

तकनीकी खेती: कृषि क्षेत्र में नई क्रांति

प्रतीकात्मक फोटो (ग्राफिक्स)

तकनीकी खेती (Technical Farming) यानी कृषि को वैज्ञानिक तरीकों, मशीनों और आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके करना। ये  वह प्रक्रिया है जिसमें पारंपरिक खेती के तरीकों के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों और वैज्ञानिक साधनों का उपयोग किया जाता है। आज के युग में बढ़ती जनसंख्या और घटते संसाधनों के कारण खेती के इस रूप ने वैश्विक … Read more