राष्ट्रीय किसान दिवस 2025: पोकरण में किसानों से संवाद, शिवराज सिंह चौहान ने दिया मार्गदर्शन
पोकरण –केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसान दिवस के अवसर पर किसानों से हाइब्रिड मोड में संवाद बैठक की। यह कार्यक्रम पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी की जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाया गया।
कृषि विज्ञान केंद्र, पोकरण में आयोजित कार्यक्रम में पोकरण क्षेत्र के किसान, महिलाएं, कृषि महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस अवसर पर किसानों के परिश्रम, योगदान और देश की खाद्य सुरक्षा में उनकी अहम भूमिका को सम्मानपूर्वक स्मरण किया गया। सभागार में ऑनलाइन माध्यम से जुड़े प्रतिभागियों ने वैज्ञानिक खेती से संबंधित नवीन जानकारियां प्राप्त कीं।
केंद्रीय मंत्री का वर्चुअल संबोधन
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्चुअल माध्यम से देशभर के किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने, लागत घटाने और खेती को लाभकारी बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने किसानों से सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया।
वैज्ञानिक खेती पर जोर
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ. एम. एल. जाट ने किसानों को वैज्ञानिक पद्धतियों से खेती अपनाने की सलाह दी। उन्होंने सरकार की अनुदानित एवं हितकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि इनके माध्यम से किसान अपनी आय में उल्लेखनीय वृद्धि कर सकते हैं।
“किसान खुशहाल होगा तभी देश समृद्ध होगा”
मुख्य अतिथि कमान्डेंट राजेंद्र सिंह (बीएसएफ, पोकरण) ने कहा कि “जब तक किसान खुशहाल नहीं होगा, तब तक देश समृद्ध नहीं हो सकता।” उन्होंने किसानों के अधिकार, सम्मान और समृद्धि के प्रति प्रतिबद्धता दोहराते हुए खेती को उद्यम के रूप में अपनाने पर बल दिया। इस दौरान वर्टिकल फार्मिंग, बागवानी एवं पशुपालन के माध्यम से आय बढ़ाने पर भी चर्चा की गई।
चौधरी चरण सिंह के विचारों का स्मरण

कृषि विज्ञान केंद्र, पोकरण के अध्यक्ष डॉ. दशरथ प्रसाद ने कहा कि चौधरी चरण सिंह जी ने अपना संपूर्ण जीवन किसानों के उत्थान के लिए समर्पित किया। उनका मानना था कि मजबूत किसान ही सशक्त भारत की नींव है। उन्होंने विकसित भारत @2047, ग्रामीण रोजगार एवं आजीविका गारंटी मिशन, प्राकृतिक खेती, दलहन आत्मनिर्भर मिशन और जल संरक्षण जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी।
तकनीक, संगठन और पशुपालन पर चर्चा
सस्य वैज्ञानिक डॉ. कृष्ण गोपाल व्यास ने उन्नत बीज, संतुलित पोषण प्रबंधन और नवीन कृषि तकनीकों के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने पर प्रकाश डाला।
प्रसार वैज्ञानिक सुनील शर्मा ने कृषक उत्पादन संगठन (FPO) के गठन एवं प्रबंधन पर जानकारी देते हुए किसानों को समूह में जुड़कर खेती को व्यवसाय के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया।
डॉ. राम निवास ने बकरी पालन पर चर्चा करते हुए कृषक-वैज्ञानिक संवाद के माध्यम से खेती एवं पशुपालन से जुड़ी समस्याओं और उनके समाधान पर प्रकाश डाला।
प्रगतिशील किसानों का सम्मान
कार्यक्रम के अंत में जिले के प्रगतिशील कृषक नवला राम, फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन के निदेशक, सायर देवी स्वयं सहायता समूह (रामदेवरा) तथा दिलीप कुमार (खजूर फार्म, लाठी) को कृषि, पशुपालन एवं बागवानी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
यह आयोजन किसानों के सशक्तिकरण, नवाचार और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में संपन्न हुआ।