6 हफ्ते में जांच रिपोर्ट – रिश्वत मामले में बड़ा कदम
लखनऊ, प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार मुक्त उत्तर प्रदेश और जीरो टॉलरेंस की नीति को सख्ती से लागू करते हुए गन्ना विकास विभाग ने रिश्वतखोरी के एक गंभीर मामले में त्वरित कार्रवाई की है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक ऑडियो क्लिप में परिक्षेत्र मुरादाबाद में तैनात प्रधान सहायक संजय कुमार सिंह द्वारा रिश्वत मांगने का आरोप लगा था। जांच में यह पाया गया कि सिंह ने सेवानिवृत्ति देयों के भुगतान की स्वीकृति के बदले रिश्वत की मांग की थी। यही नहीं, उन्होंने जिला गन्ना अधिकारी, मुरादाबाद से प्राप्त पत्र में ओवर राइटिंग करते हुए उच्चाधिकारियों को गुमराह करने और ग्रेच्युटी भुगतान में अनावश्यक विलंब करने का भी प्रयास किया।
यह कृत्य उत्तर प्रदेश कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 के नियम-3 का स्पष्ट उल्लंघन पाया गया। परिणामस्वरूप, विभाग ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
गन्ना विकास विभाग ने अनुशासनिक कार्यवाही आरंभ करते हुए सिंह को जिला गन्ना अधिकारी, सीतापुर कार्यालय से आबद्ध किया है। वहीं, इस प्रकरण की जांच के लिए जिला गन्ना अधिकारी, लखीमपुर को जांच अधिकारी नामित किया गया है। उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर आगामी 06 सप्ताह के भीतर अपनी जांच आख्या प्रस्तुत करें।
सरकार ने साफ संदेश दिया है कि प्रदेश में किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि भविष्य में ऐसा कोई मामला संज्ञान में आता है, तो दोषियों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
चित्र:प्रतीकात्मक