यूपी में किसानों के लिए सुनहरा अवसर: प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत 40,521 सोलर पंपों पर अनुदान, आवेदन आज से
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों के लिए ऊर्जा-सिंचाई क्षेत्र में एक बड़ा निर्णय लेते हुए वर्ष 2025–26 में प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान अभियान (पीएम-कुसुम) के अंतर्गत 40,521 सोलर पंपों पर अनुदान देने की घोषणा की है। यह योजना किसानों को डीज़ल–बिजली पर निर्भरता कम करने और सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
कृषि विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, सोलर पंपों के लिए ऑनलाइन आवेदन 26 नवंबर 2025 दोपहर 3 बजे से 15 दिसंबर 2025 तक कृषि विभाग की वेबसाइट पर खुले रहेंगे। आवेदन पूरी तरह डिजिटल मोड में होंगे और चयन प्रक्रिया ई-लॉटरी प्रणाली के माध्यम से संचालित की जाएगी, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
🔶 सोलर पंप की कीमत और अनुदान संरचना
योजना के तहत 2 HP से 10 HP क्षमता तक के डीसी और एसी सरफेस व सबमर्सिबल सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे।
इन पंपों पर राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर लाखों रुपये का अनुदान दे रही है।
उदाहरण के तौर पर—
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2 HP डीसी सबमर्सिबल पंप की कीमत ₹1,64,322 है, जिसमें ₹98,593 का कुल अनुदान मिलेगा।
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5 HP एसी सबमर्सिबल पंप की कीमत ₹2,22,701 है, जिस पर ₹1,33,621 का अनुदान उपलब्ध है।
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10 HP एसी सबमर्सिबल पंप की कीमत ₹5,33,610 है, जिस पर अधिकतम ₹2,54,983 तक का अनुदान प्रदान किया जाएगा।
किसान को केवल टोकन मनी ₹5,000 के साथ शेष अंश राशि जमा करनी होगी।
सभी प्रकार के पंपों के लिए किसानों का अंशदान ₹60,000 से ₹2,73,000 के बीच रहेगा।
🔶 आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन
कृषि विभाग के अनुसार, आवेदन के लिए किसान को निम्न पोर्टल पर जाना होगा:
👉 https://agriculture.up.gov.in/
मुख्य बिंदु:
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आवेदन 26.11.2025 से 15.12.2025 तक उपलब्ध रहेंगे।
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किसान स्वयं, जनसेवा केंद्र या साइबर कैफे के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
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जिन किसानों ने पहले विभागीय पंजीकरण कराया है, उन्हें दोबारा पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी।
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सभी दस्तावेज़ों की जाँच ऑनलाइन की जाएगी।
🔶 पात्रता व अनिवार्य शर्तें
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आवेदक किसान के नाम पर कृषि भूमि होना अनिवार्य है।
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खेत का गाटा/खतौनी ऑनलाइन सत्यापित होना चाहिए।
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आवेदन करने वाले किसान को योजना में चयन होने पर ₹5,000 टोकन मनी जमा करनी होगी।
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गलत जानकारी या अपूर्ण दस्तावेज़ पाए जाने पर आवेदन स्वतः निरस्त हो जाएगा।
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किसान को पंप की स्थापना हेतु उपयुक्त स्थान उपलब्ध कराना होगा।
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पंप लगने के बाद किसान को नियमित रखरखाव व सुरक्षित उपयोग सुनिश्चित करना होगा।
🔶 किसानों के लिए बड़ा लाभ: बिजली-डीजल खर्च में भारी कमी
कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि इस योजना से किसानों को सिंचाई में होने वाले खर्च में काफी कमी आएगी। सोलर पंप न केवल पर्यावरण अनुकूल हैं बल्कि दीर्घकालिक रूप से बचत भी कराते हैं।
सौर ऊर्जा पर आधारित सिंचाई से—
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डीज़ल खर्च समाप्त होगा, बिजली बिल की समस्या से राहत, दूरस्थ क्षेत्रों में भी सिंचाई संभव, फसल उत्पादकता बढ़ने की संभावना
🔶 कृषि मंत्री ने किसानों से की अपील
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही तथा राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने संयुक्त रूप से कहा कि यूपी सरकार किसानों को उन्नत तकनीक उपलब्ध कराने और उनकी आय बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि सोलर पंप योजना किसानों के लिए सुनहरा अवसर है, जिसे हर किसान को अवश्य अपनाना चाहिए।
मंत्रियों ने बताया कि योजना के तहत पंपों की आपूर्ति का कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा कराया जाएगा, जिससे आगामी रबी–खरीफ सत्रों में किसानों को अधिक लाभ मिल सके।
सोलर पंप चित्र प्रतीकात्मक