टिशू कल्चर से उन्नत बीज, ड्रोन और मिनी हार्वेस्टर से बढ़ेगी गन्ना खेती की ताकत।
लखनऊ- प्रदेश के गन्ना कृषकों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए गन्ना मंत्री की अध्यक्षता में गन्ना विकास एवं चीनी मिलों से संबंधित गठित स्थायी गन्ना समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में गन्ना उत्पादन, उत्पादकता वृद्धि, उन्नत प्रजातियों के बीज संवर्धन, गन्ना पेराई, पर्ची निर्गमन, गन्ना मूल्य भुगतान तथा चीनी उद्योग से जुड़े विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
गन्ना मूल्य भुगतान पर संतोष
बैठक के दौरान समिति के सदस्यों द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान पेराई सत्र में 47 चीनी मिलों द्वारा अग्रिम गन्ना मूल्य भुगतान किया जा रहा है तथा अधिकांश मिलों द्वारा एक सप्ताह के भीतर किसानों को भुगतान किया जा रहा है। इस पर समिति के सदस्यों ने संतोष व्यक्त किया।
उन्नत बीज गन्ना उपलब्ध कराने पर विशेष जोर

स्थायी समिति ने गन्ना क्षेत्र के दीर्घकालीन विकास के लिए उन्नतशील एवं उच्च गुणवत्ता के बीज गन्ना की सुलभता सुनिश्चित करने हेतु कार्ययोजना बनाने का सुझाव दिया। विभाग द्वारा बताया गया कि गुणवत्ता युक्त बीज गन्ना उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न शोध संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) किए जा रहे हैं।
माननीय गन्ना मंत्री जी ने टिशू कल्चर तकनीक के माध्यम से कम समय में उच्च गुणवत्ता के बीज गन्ना उत्पादन हेतु सम्यक कार्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए।
आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर बल
बैठक में गन्ना उत्पादकता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर विशेष बल दिया गया। प्रदेश के समस्त गन्ना शोध केंद्रों को क्रियाशील बनाने तथा गन्ना समितियों के माध्यम से उच्च गुणवत्ता का बीज उपलब्ध कराने की आवश्यकता बताई गई।
इसके साथ ही गन्ना समितियों के फार्म मशीनरी बैंक में कृषि ड्रोन एवं मिनी केन हार्वेस्टर शामिल करने के निर्देश दिए गए। अपर मुख्य सचिव ने इन मशीनों को फार्म मशीनरी बैंक में सम्मिलित कर समितियों में उपलब्ध कराने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए।
उर्वरक वितरण के वैकल्पिक उपाय
बैठक में किसानों को गन्ना समितियों के माध्यम से उर्वरक वितरण के साथ-साथ इफको के अतिरिक्त अन्य विकल्पों पर भी विचार करने का निर्देश दिया गया, जिससे किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध कराया जा सके।
घटतौली पर सख्ती और साफ्टवेयर विकास
समिति के सदस्यों ने घटतौली की समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे रोकने के लिए नई प्रणाली लागू करने का सुझाव दिया। विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि घटतौली रोकने हेतु अभेद्य साफ्टवेयर विकसित किया जा रहा है। साथ ही गन्ना विभाग एवं बाट-माप विभाग के अधिकारियों द्वारा संयुक्त छापेमारी कर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
लोडिंग–अनलोडिंग शुल्क पर कार्रवाई के निर्देश
बाह्य क्रय केंद्रों पर किसानों से गन्ना लोडिंग एवं अनलोडिंग शुल्क लिए जाने की शिकायतों पर माननीय गन्ना मंत्री जी ने कड़ा रुख अपनाते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि जहाँ भी खड़ी तौल के दौरान इस प्रकार का शुल्क लिया जाता पाया जाए, संबंधित चीनी मिल के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में जांच लगातार जारी है और शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है।
किसानों के कल्याण से जुड़े सुझाव
बैठक में गन्ना किसानों के हित में सोलर लाइट, कंबल वितरण, डिस्पेंसरी स्थापना जैसे सुझाव भी दिए गए। माननीय गन्ना मंत्री जी ने इन बिंदुओं पर आगामी चीनी मिलों के साथ होने वाली बैठकों में चर्चा कर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
प्रमुख जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की उपस्थिति
बैठक में अतुल प्रधान (विधायक सरधना) पंकज मलिक (विधायक मुजफ्फरनगर) जयद्रथ उर्फ प्रवक्तानंद (विधायक पीलीभीत), राम प्रताप वर्मा (विधायक उतरौला), मानवेन्द्र प्रताप सिंह (विधायक सवायजपुर, हरदोई) सहित अपर मुख्य सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग, प्रबंध निदेशक उ.प्र. सहकारी चीनी मिल्स संघ लि., प्रबंध निदेशक उ.प्र. सहकारी गन्ना संघ लि. तथा समस्त अपर गन्ना आयुक्त उपस्थित रहे।
बैठक में लिए गए निर्णयों से प्रदेश में गन्ना उत्पादन, किसानों की आय वृद्धि तथा चीनी उद्योग के सुदृढ़ीकरण को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई गई।