मोदी कैबिनेट की बैठक में किसानों के लिए ऐतिहासिक फैसले

राष्ट्रीय दलहन मिशन को मंजूरी, रबी फसलों की एमएसपी में बढ़ोतरी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में किसानों के हित में दो बड़े फैसले लिए गए। बैठक के बाद केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि कैबिनेट ने “राष्ट्रीय दलहन मिशन” को मंजूरी दी है और साथ ही रबी फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी की गई है।

चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लिए गए ये ऐतिहासिक फैसले देश की खाद्य-पोषण सुरक्षा, किसानों की आय और सम्मान तथा कृषि उत्पादन में दीर्घकालिक सकारात्मक प्रभाव डालेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का किसानों की ओर से आभार जताते हुए कहा कि सरकार ने हमेशा किसान-हित को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।

राष्ट्रीय दलहन मिशन : आत्मनिर्भरता की ओर बड़ा कदम

भारत लंबे समय से दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। इसी दिशा में कैबिनेट ने राष्ट्रीय दलहन मिशन को मंजूरी दी है

  • इस मिशन का उद्देश्य वर्ष 2030-31 तक देश में दलहन उत्पादन को 242 लाख टन से बढ़ाकर 350 लाख टन करना है।

  • यह मिशन 416 जिलों में लागू होगा।

  • इसमें चावल परती क्षेत्र (Rice Fallow Areas) में खेती बढ़ाने, उच्च गुणवत्ता वाले बीज, इंटरक्रॉपिंग, सिंचाई, मार्केट लिंकिंग और तकनीकी सहयोग को शामिल किया गया है।

  • मिशन के तहत तूर, उड़द और मसूर जैसी प्रमुख दालों की 100% एमएसपी पर खरीद होगी।

इस मिशन पर 2025-26 तक 11,440 करोड़ रुपये का बजट खर्च किया जाएगा। इससे किसानों की आय में इजाफा होगा, दालों की घरेलू उपलब्धता बढ़ेगी और आयात पर निर्भरता कम होगी।

रबी फसलों की एमएसपी में ऐतिहासिक वृद्धि

केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि कैबिनेट ने रबी फसलों की एमएसपी में उल्लेखनीय वृद्धि की है। इससे किसानों को उनकी लागत पर 109% तक का लाभ मिलेगा।

विपणन मौसम 2026-27 के लिए एमएसपी (रु. प्रति क्विंटल)

क्र.सं. फसल एमएसपी 2026-27 पिछली एमएसपी 2025-26 वृद्धि उत्पादन लागत लागत पर लाभ %
1 गेहूं 2585 2425 160 1239 109%
2 जौ 2150 1980 170 1361 58%
3 चना 5875 5650 225 3699 59%
4 मसूर 7000 6700 300 3705 89%
5 रेपसीड/सरसों 6200 5950 250 3210 93%
6 कुसुम्भ 6540 5940 600 4360 50%

किसानों की आय दोगुनी से भी अधिक

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में किसानों की उपज की एमएसपी में ऐतिहासिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

  • गेहूं की एमएसपी 2014-15 में 1400 रुपये प्रति क्विंटल थी, जो अब 2585 रुपये हो गई।

  • जौ 1100 रुपये से बढ़कर 2150 रुपये।

  • चना 3100 रुपये से 5875 रुपये।

  • मसूर 2950 रुपये से 7000 रुपये, यानी 2.5 गुना वृद्धि।

  • सरसों/रेपसीड 3050 रुपये से 6200 रुपये।

  • कुसुम्भ 3000 रुपये से 6540 रुपये, यानी 2.2 गुना वृद्धि।

इस प्रकार पिछले 10 वर्षों में रबी फसलों की एमएसपी लगभग दो गुना या उससे अधिक बढ़ चुकी है।

किसानों को मिलेगा सीधा लाभ

कृषि मंत्री ने कहा कि रबी फसलों की नई एमएसपी नीति 2018-19 के केंद्रीय बजट में घोषित फार्मूले के अनुरूप है, जिसमें कहा गया था कि एमएसपी भारित औसत उत्पादन लागत का 1.5 गुना होगी।

उन्होंने स्पष्ट किया कि बढ़ी हुई एमएसपी से किसानों को लाभकारी मूल्य मिलेगा और फसल विविधीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे किसानों की आय, सामाजिक सम्मान और देश की खाद्य-पोषण सुरक्षा को मजबूती मिलेगी।

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये दोनों फैसले सरकार की किसान-हितैषी नीति को दर्शाते हैं।
उन्होंने कहा,

“हमारे लिए किसान-हित सर्वोपरि है। राष्ट्रीय दलहन मिशन और रबी फसलों की एमएसपी वृद्धि से न केवल किसानों को आर्थिक मजबूती मिलेगी बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। सरकार पूरी पारदर्शिता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ इन योजनाओं को लागू करेगी।”

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