जाड़े के बाद केले और पपीते की उन्नत खेती: सम्पूर्ण गाइड

केले और पपीते की उन्नत खेती: उर्वरक, जल और रोग प्रबंधन फरवरी के मध्य तक तापमान धीरे-धीरे बढ़ने लगता है, जो केला और पपीता जैसी उष्णकटिबंधीय फसलों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। सर्दियों के दौरान, जब तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है, तो इन फसलों की वृद्धि बाधित होती है, जिससे … Read more