राष्ट्रीय सहकारिता नीति 2025 का अनावरण:

सहकारिता का ही भविष्य है – अमित शाह

🔴 ‘सहकार से समृद्धि’ की दिशा में बड़ा कदम: अमित शाह ने की राष्ट्रीय सहकारिता नीति-2025 की घोषणा

📍नई दिल्ली, केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राजधानी नई दिल्ली में राष्ट्रीय सहकारिता नीति – 2025 का अनावरण किया। यह नीति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘सहकार से समृद्धि’ के विजन को मूर्त रूप देने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल मानी जा रही है।

इस अवसर पर सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, मुरलीधर मोहोल, सहकारिता सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश प्रभु सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

🔹 राष्ट्रीय सहकारिता नीति 2025: प्रमुख बिंदु

हर तहसील में 5 मॉडल सहकारी गांव विकसित करने का लक्ष्य

गांव, कृषि, महिलाएं, दलित, आदिवासी—नीति का केंद्रबिंदु पर्यटन, टैक्सी, बीमा और ग्रीन एनर्जी जैसे क्षेत्रों में सहकारी समितियों का विस्तार

2034 तक जीडीपी में योगदान तीन गुना करने का लक्ष्य 50 करोड़ सक्रिय सदस्य, 30% समितियों में वृद्धि हर गांव में कम से कम एक सहकारी इकाई की स्थापना

PACS कम्प्यूटरीकरण, श्वेत क्रांति 2.0, सहकार टैक्सी, सहकारी एक्सपोर्ट ब्रांडिंग जैसे कई नवाचार

🗣️ “सहकारिता का ही भविष्य है” – अमित शाह

शाह ने कहा कि पहले लोग मानते थे कि “सहकारिता का भविष्य नहीं है”, लेकिन अब सहकारिता ही भविष्य है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2002 में जब पहली बार सहकारिता नीति आई थी, तब भी अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार थी और अब 2025 में मोदी सरकार द्वारा यह नई नीति लाई गई है।

🔎 नीति निर्माण की प्रक्रिया

पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु की अध्यक्षता में गठित 40 सदस्यीय समिति ने नीति के निर्माण में 750 सुझावों पर विचार किया। 17 बैठकें, आरबीआई और नाबार्ड से विमर्श कर इसे अंतिम रूप दिया गया।

🏗️ नीति के छह स्तंभ

1. नींव का सशक्तिकरण

2. जीवंतता को प्रोत्साहन

3. भविष्य के लिए तैयार सहकारी समितियाँ

4. समावेशिता और पहुँच

5. नए क्षेत्रों में विस्तार

6. युवाओं को सहकारी विकास से जोड़ना

🛠️ 83 हस्तक्षेप बिंदुओं की पहचान

शाह ने बताया कि 83 इंटरवेंशन पॉइंट्स में से 58 पर काम पूरा, 3 पूरी तरह लागू और बाकी पर नई शुरुआत की जा रही है।

🧑‍🎓 शिक्षा और रोजगार के नए द्वार

त्रिभुवन सहकारी यूनिवर्सिटी की स्थापना

45,000 नई PACS का गठन

सहकार टैक्सी और PACS के माध्यम से LPG, दवा, ईंधन वितरण महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए श्वेत क्रांति 2.0

🌐 ग्लोबल विस्तार की तैयारी

सरकार ने निर्यात, बीज, और जैविक उत्पादों की ब्रांडिंग के लिए बहुराज्यीय सहकारी समितियों का गठन किया है। श्री शाह ने बताया कि आने वाले समय में सहकारिता क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों से जोड़ा जाएगा।

🏁 सहकारिता नीति 2047 के विकसित भारत के लक्ष्य का आधार

अमित शाह ने कहा कि इस नीति का उद्देश्य 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में सहकारी क्षेत्र की निर्णायक भूमिका तय करना है। यह नीति सदस्य-केंद्रित, पारदर्शी, तकनीकी-सक्षम, और आत्मनिर्भर इकाइयों को बढ़ावा देगी।

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