धान की खेती में जबरदस्त उछाल! मक्का चमका, सोयाबीन फिसला

खरीफ बुवाई रिपोर्ट 2025 जारी

खरीफ बुवाई में दिखी रफ्तार, 2025-26 में 31.73 लाख हेक्टेयर की वृद्धि दर्ज

कृषि मंत्रालय ने खरीफ फसलों की बुवाई प्रगति पर जारी की रिपोर्ट

नई दिल्ली— कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में वर्ष 2025-26 की खरीफ फसलों की बुवाई में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई है। 25 जुलाई 2025 तक कुल 829.64 लाख हेक्टेयर भूमि पर बुवाई की गई, जो पिछले वर्ष 797.91 लाख हेक्टेयर थी। इस प्रकार कुल 31.73 लाख हेक्टेयर की वृद्धि दर्ज की गई है।

धान और मोटे अनाज ने पकड़ी रफ्तार

रिपोर्ट के अनुसार, धान की बुवाई में 28.97 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी हुई है, जो अब 245.13 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है। वहीं मोटे अनाज की फसल में भी 5.75 लाख हेक्टेयर का इजाफा हुआ है।

मक्का, जो मोटे अनाज वर्ग में आता है, की बुवाई 85.58 लाख हेक्टेयर में हुई, जो पिछले साल की तुलना में 6.66 लाख हेक्टेयर अधिक है।

दलहनी फसलों में मिला-जुला प्रदर्शन

दलहनों में मिश्रित रुझान देखने को मिला। मूंग में 4.24 लाख हेक्टेयर और मोथ बीन में 3.08 लाख हेक्टेयर की वृद्धि हुई, जबकि तूर (अरहर) और उड़द में क्रमशः -3.10 लाख हेक्टेयर और -1.20 लाख हेक्टेयर की गिरावट दर्ज की गई।

तेलहन फसलों में गिरावट

तिलहनों की कुल बुवाई 3.83 लाख हेक्टेयर घटी है। सोयाबीन में सबसे अधिक 4.68 लाख हेक्टेयर की कमी दर्ज की गई, जबकि मूंगफली और तिल में मामूली बढ़त देखी गई।

गन्ना और कपास में स्थिरता

गन्ना की बुवाई में 0.29 लाख हेक्टेयर की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि कपास में 2.37 लाख हेक्टेयर की गिरावट देखी गई है।

🔍 मुख्य बिंदु:

कुल खरीफ बुवाई: 829.64 लाख हेक्टेयर

पिछले वर्ष: 797.91 लाख हेक्टेयर

कुल वृद्धि: +31.73 लाख हेक्टेयर

धान, मक्का और मूंग की बुवाई में अच्छी बढ़त

सोयाबीन, उड़द और कपास में गिरावट

सारांश

चालू खरीफ सीजन में किसानों ने जोश के साथ बोआई की है। धान, दलहन और मोटे अनाज की फसलों में अच्छा प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। हालांकि तिलहन फसलें चिंता का कारण बन रही हैं, जिनकी बोआई में गिरावट दर्ज की गई है।

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