किसानों से संवाद कर प्रशासन जुटा राहत कार्यों में
अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को शीघ्र राहत दिलाने के निर्देश, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशानुसार प्रशासन फील्ड में सक्रिय
जयपुर,-राजस्थान में हाल ही में हुई अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए राज्य सरकार ने संवेदनशीलता दिखाते हुए त्वरित राहत कार्य प्रारंभ कर दिए हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अतिवृष्टि के कारण फसल खराबे से प्रभावित किसानों को हर संभव सहायता शीघ्र और प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराई जाए, ताकि उनके आर्थिक संकट को कम किया जा सके।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहत
मुख्यमंत्री की इस मंशा को धरातल पर उतारने के लिए जिला प्रशासन फील्ड में सक्रिय हो गया है। जिला कलक्टर जितेन्द्र कुमार सोनी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने अधिकार क्षेत्र के गांवों में जाकर फसलों की वास्तविक स्थिति का आकलन करें, किसानों से संवाद स्थापित करें तथा नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर शीघ्र राहत वितरण की कार्यवाही शुरू करें।
कलक्टर डॉ. सोनी के निर्देशों की अनुपालना में शनिवार को अवकाश के दिन भी उपखंड अधिकारियों, तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों ने वर्षा प्रभावित गांवों का दौरा किया। इस दौरान अधिकारियों ने खेतों में जाकर फसलों की स्थिति देखी तथा किसानों से विस्तार से बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझा। अधिकारियों ने किसानों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार उनकी समस्याओं के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशानुसार सभी पात्र किसानों को नियमानुसार शीघ्र राहत दी जाएगी।
अधिकारियों ने लिया जायजा
अधिकारियों ने संबंधित हल्कों के पटवारियों के साथ मिलकर मौके पर ही फसल नुकसान का प्रारंभिक आकलन भी किया, ताकि राहत प्रक्रिया में किसी प्रकार की देरी न हो। उन्होंने किसानों से यह भी अपील की कि वे निर्धारित समयावधि के भीतर बीमा अथवा मुआवजे से संबंधित आवश्यक दस्तावेज व जानकारी उपलब्ध कराएं, जिससे राहत राशि वितरण की प्रक्रिया शीघ्र गति पकड़ सके।
प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों और ग्रामीणों को संवाद के दौरान यह भरोसा भी दिलाया कि राज्य सरकार हर परिस्थिति में किसानों के साथ खड़ी है। अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए राहत कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है और किसी भी पात्र किसान को सहायता से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा।
इस प्रकार जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप फील्ड स्तर पर सक्रियता दिखाते हुए राहत कार्यों को गति देने की शुरुआत कर दी है, जिससे प्रभावित किसानों को शीघ्र राहत मिल सकेगी और वे पुनः अपनी कृषि गतिविधियों को सुदृढ़ रूप से प्रारंभ कर सकेंगे।
 
								