“भारत के आमों को मिली UAE में जबरदस्त पहचान”
“देश का आम, अब बना दुनिया का ब्रांड!”
अबू धाबी, ‘इंडियन मैंगो मेनिया 2025’ के जरिए भारत के खास आम अब यूएई की मंडियों में छा गए हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश के बागों से चुने गए इन प्रीमियम आमों का स्वाद अब संयुक्त अरब अमीरात के ग्राहकों को लुभा रहा है।
भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन कार्यरत कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में ‘इंडियन मैंगो मेनिया 2025’ का आयोजन कर एक नई पहल की शुरुआत की है।
इस आम महोत्सव का उद्देश्य भारतीय आमों की विशिष्ट किस्मों को वैश्विक उपभोक्ताओं तक पहुंचाना है, विशेष रूप से खाड़ी देशों में रह रहे प्रवासी भारतीयों के बीच, जो अपने देश की पारंपरिक स्वादों से जुड़ाव बनाए रखना चाहते हैं।
🍃 भारतीय दूतावास और लुलु समूह के साथ साझेदारी
‘इंडियन मैंगो मेनिया 2025’ का आयोजन एपीडा द्वारा भारतीय दूतावास, अबू धाबी और लुलु ग्रुप इंटरनेशनल के सहयोग से लुलु हाइपरमार्केट, खालिदिया मॉल में किया गया। इस विशेष कार्यक्रम का उद्घाटन संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत संजय सुधीर ने किया। इस अवसर पर लुलु समूह के अध्यक्ष यूसुफ अली एमए, एपीडा के उपमहाप्रबंधक डॉ. सीबी सिंह और भारतीय दूतावास के वाणिज्य सलाहकार रोहित मिश्रा भी उपस्थित रहे।
🥭 जीआई-टैग और खास किस्मों की रही धूम
महोत्सव में उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से लाए गए जीआई टैग प्राप्त और क्षेत्रीय खासियत वाले आमों की प्रदर्शनी लगाई गई। इनमें प्रमुख रूप से बनारसी लंगड़ा, दशहरी, चौसा, आम्रपाली, मालदा, भारत भोग, लक्ष्मण भोग, प्रभा शंकर, फजली, सुंदरजा, वृंदावनी, महमूद बहार और मल्लिका जैसी किस्में शामिल थीं।
राजदूत संजय सुधीर ने कहा,
“लुलु ग्रुप भारतीय उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बढ़ावा देने का एक मजबूत जरिया है। एपीडा की यह पहल भारत के किसानों और आम उत्पादकों को वैश्विक बाजार से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।”
🍲 आमों से बने खास व्यंजनों ने लुभाया
कार्यक्रम में भारतीय आमों से बने पारंपरिक और आधुनिक व्यंजन भी प्रस्तुत किए गए, जिनमें शामिल थे:
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मिठाइयाँ और बेकरी आइटम: मैंगो केक, डोनट्स, मैंगो ब्रेड, मैंगो पेस्ट्री
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भारतीय व्यंजन: आम की खिचड़ी, आम पुलाव, मंबाझा पायसम, आम मछली करी
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स्नैक्स और सलाद: आम के पकौड़े, आम रायता, चाट, ट्रॉपिकल सलाद
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ग्लोबल फ्यूजन फूड: मैंगो सुशी, मैंगो चिकन कबाब, मैंगो-स्टफ्ड चपली कबाब
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पेय पदार्थ: ताजे आम का जूस, स्मूदी, आम पल्प, जैम और जेली
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अचार व मुरब्बा: आम-खजूर का अचार, लहसुन-आम अचार, कश्मीरी अचार
🟢 एपीडा अध्यक्ष का संदेश
एपीडा के अध्यक्ष अभिषेक देव ने अपने संदेश में कहा कि यह आयोजन भारत की बागवानी उत्पादों में विविधता और गुणवत्ता को ग्लोबल स्तर पर पहचान दिलाने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि,
“एपीडा उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से आमों की विभिन्न किस्मों को एयर कार्गो के माध्यम से यूएई भेजने में मदद कर रहा है। यह केवल निर्यात को नहीं, बल्कि किसानों की आय को भी बढ़ाने वाला कदम है।”
🟠 भारतीय आमों की बढ़ती मांग
यूएई में भारतीय आमों की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। वर्ष 2024 में भारत ने यूएई को 12,000 मीट्रिक टन आम (लगभग 20 मिलियन डॉलर मूल्य) का निर्यात किया। इससे यह साबित होता है कि भारतीय आमों की ग्लोबल स्तर पर बड़ी मांग है।
🟢 लुलु ग्रुप के अध्यक्ष यूसुफ अली एमए ने कहा,
“यूएई और खाड़ी देशों में हमारी खुदरा श्रृंखलाओं के ज़रिए हम भारत के बेहतरीन कृषि उत्पादों को उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
🟠 एपीडा की दूरदृष्टि
एपीडा का लक्ष्य न केवल उच्च गुणवत्ता वाले कृषि उत्पादों का निर्यात बढ़ाना है, बल्कि किसानों, एफपीओ (FPO) और कृषि-निर्यातकों को भी वैश्विक बाजार तक सीधी पहुंच देना है। आमों जैसे मौसमी फल की वैश्विक ब्रांडिंग से भारत को कृषि निर्यात में वैश्विक नेतृत्व दिलाने की दिशा में यह एक मजबूत पहल है।
📌 मुख्य तथ्य एक नजर में:
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आयोजन: इंडियन मैंगो मेनिया 2025
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स्थान: लुलु हाइपरमार्केट, खालिदिया मॉल, अबू धाबी
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उद्देश्य: भारतीय आमों का वैश्विक प्रचार और निर्यात बढ़ावा
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प्रदर्शन की गई किस्में: दशहरी, चौसा, बनारसी लंगड़ा, मल्लिका, आम्रपाली आदि
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साझेदार: भारतीय दूतावास, लुलु ग्रुप इंटरनेशनल, एपीडा
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निर्यात आँकड़े (2024): 12,000 मीट्रिक टन आम, मूल्य $20 मिलियन
✈️ भारतीय किसानों और निर्यातकों की मेहनत अब रंग ला रही है। ग्लोबल बाजारों से मिल रही भारी मांग इस बात का सबूत है कि भारतीय आम अब स्वाद और गुणवत्ता में अंतरराष्ट्रीय पहचान बना चुके हैं।